कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में गीताकुंवारी गांव के पास एक तालाब के किनारे 15 वर्षीय हाथी का शव बरामद हुआ है। वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई गई है कि हाथी की मौत बिजली के झटके से हुई है। हालांकि, मौत के वास्तविक कारण का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शव मिलने की सूचना मिलते ही टीम तुरंत हरकत में आई। यह घटना प्रदेश में हाथियों की लगातार हो रही मौतों की कड़ी में एक और दुखद उदाहरण है। इससे पहले बलरामपुर और गरियाबंद में भी हाथियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ में 50 से अधिक हाथियों की मौत:
पिछले चार वर्षों में राज्य में 50 से ज्यादा हाथियों की मौत दर्ज की गई है। इनमें से अधिकतर घटनाएं सरगुजा, कोरबा, बलरामपुर, रायगढ़, सूरजपुर, जशपुर और कोरिया जिलों में हुई हैं। इन मौतों में बिजली करंट, पोटाश बम और मानव-हाथी संघर्ष प्रमुख कारण बताए जाते हैं।
कोरबा के गीताकुंवारी गांव के इस ताजा मामले ने फिर से मानव और वन्यजीवों के बीच बढ़ते संघर्ष की गंभीरता को उजागर किया है। वन विभाग ने कहा है कि विस्तृत जांच के बाद ही इस मामले में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
– कोरबा संवाददाता