बस्तर: साल के अंतिम सप्ताह में बस्तर स्थित मां दंतेश्वरी के मंदिर में भक्तों का तांता लग गया है। नए साल की शुरुआत से पहले यह मंदिर श्रद्धालुओं से भर चुका है, न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और अन्य राज्यों से भी लोग मां के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। दिसंबर और जनवरी में बस्तर के इस मंदिर में भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ रही है, खासकर फागुन मेला, चैत्र और शारदीय नवरात्र के बाद यह समय सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
भक्तों का कहना है मां के चमत्कारों के बारे में सुना था
कर्नाटक से आई चंद्रकला ने कहा, “मुझे मां दंतेश्वरी के चमत्कारों के बारे में बहुत कुछ सुना था, खासकर बस्तर दशहरे के बारे में। अब पहली बार यहां दर्शन के लिए आई हूं।” वही, रायपुर से बस्तर पहुंचे गोपाल वर्मा ने कहा, “माता के प्रति मेरी सच्ची आस्था है और मां ने मेरी मन्नत पूरी की है। हर बार यहां आकर दर्शन करना चाहता हूं।”
दुकानदारों को भी हुई अच्छी आमदनी
मंदिर के बाहर दुकान लगाने वालों का कहना है कि इस समय भक्तों की भीड़ ज्यादा होती है, जिसके चलते उनकी दुकानों में भी रौनक होती है। नारियल, प्रसाद और पूजा सामग्री के अलावा अन्य वस्तुएं भक्त खरीद रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ी है।
मंदिर में नए तकनीकी बदलाव
भक्तों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए मंदिर समिति और जिला प्रशासन ने एक क्यूआर कोड जारी किया है। इसे स्कैन करने पर भक्त मंदिर से जुड़ी जानकारी ऑडियो के जरिए प्राप्त कर सकते हैं। भक्तों ने इस नए प्रयोग की सराहना की है और इसे मंदिर के दर्शन के अनुभव को और भी समृद्ध बनाने वाला कदम बताया है।
मंदिर कैसे पहुंचे
दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय में स्थित इस मंदिर में जाने के लिए रायपुर से सड़क मार्ग से लगभग 400 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इसके अलावा, हैदराबाद, ओडिशा, तेलंगाना और महाराष्ट्र के भक्त भी फ्लाइट और सड़क मार्ग के माध्यम से दंतेवाड़ा तक पहुंच सकते हैं।
नए साल की शुरुआत से पहले इस मंदिर में श्रद्धालुओं का आना जारी रहेगा, और यह अपनी आस्था और विश्वास के लिए मां दंतेश्वरी के दरबार को एक प्रमुख स्थान बना चुका है।