प्रियंका खुदकुशी केस: दिन भर चली पूछताछ, गवाहों के साथ आरोपी पहुंचे…. फेसबुक लाइव आकर लगाई थी फांसी

राजेन्द्र देवांगन
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प्रियंका सिंह लाइव खुदकुशी मामले में जांच शुरू हो गई है। पुलिस ने मंगलवार को मामले से जुड़े कुछ आरोपियों और गवाहों से पूछताछ की। इस मामले में पुलिस कोई चांस नहीं लेना चाहती। इसलिए महिला ने जितने भी लोगों के नाम लिए हैं, उनके आपराधिक रिकाॅर्ड भी खंगाल.सिविल लाइन के सीएसपी कार्यालय में मंगलवार सुबह से श्रीकांत वर्मा मार्ग में रहने वाले लोग पूछताछ के लिए पहुंचे।

इनमें से कुछ आरोपी तो कुछ गवाह थे। महिला ने दीप्ति शुक्ला व अनिल शुक्ला के नौकर व विवेक अग्रवाल के ड्राइवर का नाम लिया है। इन सभी को मिलाकर कुल 14 लोगों के नाम सामने आ रहे हैं।पुलिस सभी का बयान ले रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी रजनेश सिंह ने जांच का जिम्मा सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह को सौंपा हैं।

जांच के पहले दिन उन्होंने मामले से जुड़े लोगों से एक-एक कर पूछताछ की। इसमें साईं मंदिर का पुजारी व उसका बेटा समेत कई लोग शामिल रहे। महिला के परिजनों व जान-पहचान वालों से पुलिस एक-एक कर पूछताछ कर रही है। पुलिस घटना के तह तक पहुंचना चाहती है। हालांकि पुलिस यह बताने से बच रही है कि पहले दिन जांच में क्या तथ्य निकल सामने आए हैं।एक शराब घोटाले के आरोपी का भाई: महिला ने श्रीराम ज्वेलर्स के मालिक विवेक अग्रवाल का नाम लिया है।

यह छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में ईडी के आरोपी विकास अग्रवाल का भाई है। विकास के तार झारखंड से जुड़े हैं। ईडी आरोपी की तलाश कर रही है, लेकिन वह अब तक फरार है।आरोपियों पर मकान हड़पने का भी आरोप इस घटना के बाद आसपास के लोगों के बीच डॉ. अजीत मिश्रा द्वारा मकान हथियाने के लिए लगातार दबाव बनाने की भी बात सामने आ रही है।

महिला ने जिन लोगों का नाम लिया है उनमें से कुछ लोगों पर डॉक्टर को जमीन दिलाने में मदद करने की भी चर्चा हो रही है।अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगीपुलिस वह सब कर रही है जो मामले में जरूरी है। महिला ने जिनका नाम लिया उनसे व कुछ गवाहों से आज पूछताछ की गई है। लेकिन इसके आधार पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। रही बात आपराधिक रिकाॅर्ड की तो पुलिस सभी के बैक ग्राउंड चेक कर रही है। कुछ पर क्रिमिनल केस भी दर्ज हैं। निमितेश सिंह, सीएसपी, सिविल लाइन

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