बताया जा रहा है कि भिलाई तीन थाने में प्राथमिकी दर्ज होते ही सभी आरोपित फरार हो गए। 27 अगस्त को जब पुलिस कृष्णा चंद्राकर को गिरफ्तार करने उनके गांव सिरसा कला पहुंची, तब सीएम भूपेश बघेल भी वहां पहुंच गए। लिहाजा पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
भिलाई। बजरंग दल के कार्यकर्ता का अपहरण व मारपीट के मामले में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार करने की बात सामने आ रही है। वहीं सभापति कृष्णा चंद्राकर समेत शेष आरोपित फरार है। गिरफ्तार आरोपित का नाम नजरूल खान बताया जा रहा है।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से दुर्व्यवहार के मामले को लेकर कांग्रेस ने बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। 27 अगस्त को थाना घेराव की घोषणा भी की थी। इससे पहले 26 अगस्त को भिलाई चरोदा निगम सभापति कृष्णा चंद्राकर, एमआइसी मेंबर एस.वेंकट रमना, पार्षद अभिषेक वर्मा, पप्पू चंद्राकर, नजरूल खान, अलताफ अहमद ने बजरंग दल के अमित लखवानी के साथ मारपीट की।
उसे अपनी गाड़ी में बिठाकर थाने ले आए। थाने में भी मारपीट की। यह पूरा वाक्या सीसीटीवी में कैद हो गया। इसके बाद भाजपा सहित हिंदूवादी संगठनों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। पुलिस ने सभापति कृष्णा चंद्राकर समेत छह आरोपितों के खिलाफ अपहरण तथा मारपीट का मामला दर्ज कर लिया।
ग्रामीणों से बातचीत में दो तरह की बात निकलकर सामने आ रही है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि कृष्णा चंद्राकर को किसी पुलिस कर्मी ने ही फोन करके अवगत करा दिया था, लिहाजा वह सुबह सुबह ही फरार हो गए।
कुछ का कहना है कि पुलिस के आने की सूचना पर उन्होंने खुद को घर में बंद कर लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री के आने व पुलिस के जाने के बाद वे फरार हुए। बहरहाल पुलिस आरोपितों की लगातार तलाश कर रही है। एक आरोपित नजरूल खान को महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार किया गया है।