बिलासपुर।सिम्स में मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया और पुलिस ने उनके खिलाफ बिना कोई कार्यवाही किए ही उन्हें जाने दिया। मस्तूरी क्षेत्र के जयराम नगर निवासी सियाराम कौशिक ने कीटनाशक पी लिया था, जिसकी हालत बिगड़ने पर परिजन उसे इलाज के लिए बिलासपुर के सिम्स ले कर आए थे। इलाज के लिए भर्ती प्रक्रिया चल ही रही थी कि तभी मरीज ने दम तोड़ दिया। इससे सियाराम के परिजनों में चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया। उन्होंने डाक्टर और स्टाफ के साथ बदसलूकी के साथ ही तोड़फोड़ शुरू कर दी ।जानकारी मिलने पर जनसंपर्क अधिकारी डॉ आरती पांडे मौके पर पहुंची लेकिन हंगामा कर रहे लोग उनकी भी सुनने को तैयार नहीं हुए। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। पुलिसकर्मी सिम्स पहुंचे और हंगामा मचा रहे लोगो को थाने ले गए । लेकिन बिना किसी कानूनी कार्यवाही के ही उन्हें थोड़ी देर बाद जाने दिया गया।
जबकि डॉ आरती पांडे ने बताया कि इन लोगों ने अस्पताल में हंगामा मचाया है और तोड़फोड़ कर काफी नुकसान भी पहुंचाया है।लेकिन कोतवाली थाना प्रभारी की दलील है कि अपने परिजन की मौत से दुखी होकर ही उन्होंने सिम्स में हंगामा किया। बड़ा सवाल यही है कि अगर इस तरह कानून तोड़ने वालों के प्रति पुलिस इसी तरह सहानुभूति दर्शाती रहेगी तो फिर इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति कैसे रोकी जाएगी ? इस हंगामे के चलते सिम्स के अन्य मरीज भी परेशान हुए, वहीं इस घटना से एक बार फिर से सिम्स का मेडिकल स्टाफ खौफ में है, जो पुलिस कार्रवाई से खुश नहीं है।
Editor In Chief