पुरानी पेंशन की वापसी से ED-CBI पर शिकंजे तक… घोषणपत्र में किन बातों पर फोकस करेगी कांग्रेस…!
नई दिल्ली लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर चुनाव आयोग द्वारा तारीखों के ऐलान के बाद अब सभी राजनीतिक दल की रणनीति प्रचार के साथ ही अपने एजेंडे को लेकर भी बन रही है, जिसके केंद्र में घोषणापत्र भी है। कांग्रेस भी इसको लेकर एक्टिव नजर आई और इसको लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की आज मंगलवार को बैठक हुई है, जिसमें पार्टी ने घोषणापत्र को लेकर खास चर्ची की। सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार सच्चर कमेटी की रिपोर्ट से लेकर पुरानी पेंशन स्कीम की वापसी को अपने एजेंडे में रखने वाली है।
दरअसल, आज कांग्रेस की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में हुई, जिसमे इस बात पर चर्चा हुई कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पार्टी का घोषणापत्र क्या होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने कांग्रेस घोषणापत्र पर गहन विचार-विमर्श किया और कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पांच स्तंभों – किसान न्याय, युवा न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिसदारी न्याय में प्रत्येक के लिए 5 गारंटी हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 1926 से ही, कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र को “विश्वास और प्रतिबद्धता का दस्तावेज” माना जाता रहा है। देश उत्साहपूर्वक बदलाव की मांग कर रहा है। वर्तमान में मोदी सरकार जिन गारंटियों का ढिंढोरा पीट रही है, उनका भी वही हश्र होगा जो भाजपा के “इंडिया शाइनिंग” का हुआ था। 2004 का नारा।
कैसा होगा कांग्रेस पार्टी का घोषणापत्र?
सूत्रों के जरिए काग्रेस पार्टी के संभावित घोषणापत्र की कुछ खास बातें सामने आई हैं। जानकारी के मुताबिक इसमें ओल्ड पेंशन स्कीम, सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देना और वहां तुरंत विधानसभा चुनाव कराना शामिल है। इसके अलावा पार्टी लद्दाख को स्पेशल स्टेटस वाला राज्य बनाने का वादा भी कर सकती है।उन्होंने कहा, ‘इसीलिए हमारा घोषणा पत्र और गारंटी महज़ दस्तावेज नहीं, करोड़ों देशवासियों के साथ हुए संवाद से निकला रोडमैप है, जो रोज़गार क्रांति और अधिकारपूर्ण भागीदारी के माध्यम से हर वर्ग का जीवन बदलने जा रहा है.’
राहुल गांधी का कहना है, ‘हम 5 न्याय का संकल्प लेकर किसानों, युवाओं, श्रमिकों, महिलाओं और वंचितों के बीच जाएंगे और सीधे तौर पर लोगों के जीवन से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस की गारंटियां देशवासियों के जीवन में खुशहाली लाने का संकल्प हैं.’ कांग्रेस के अनुसार, उसका घोषणापत्र पार्टी के पांच न्याय – ‘हिस्सेदारी न्याय’, ‘किसान न्याय’, ‘नारी न्याय’, ‘श्रमिक न्याय’ और ‘युवा न्याय’- पर आधारित होगा.
पार्टी ने ‘युवा न्याय’ के तहत जिन पांच गारंटी की बात की है उनमें 30 लाख सरकारी नौकरियां देने और युवाओं को एक साल के लिए प्रशिक्षुता कार्यक्रम के तहत एक लाख रुपये देने का वादा शामिल है. पार्टी ने ‘हिस्सेदारी न्याय’ के तहत जाति जनगणना कराने और आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा खत्म करने की ‘गारंटी’ दी है.
उसने ‘किसान न्याय’ के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा, कर्ज माफी आयोग के गठन तथा जीएसटी मुक्त खेती का वादा किया है. कांग्रेस ने ‘श्रमिक न्याय’ के तहत मजदूरों को स्वास्थ्य का अधिकार देने, न्यूनतम मजूदरी 400 रुपये प्रतिदिन सुनिश्चित करने और शहरी रोजगार गारंटी का वादा किया है. उसने ‘नारी न्याय’ के अंतर्गत ‘महालक्ष्मी’ गारंटी के तहत गरीब परिवारों की महिलाओं को एक-एक लाख रुपये प्रति वर्ष देने समेत कई वादे किए हैं.
पायलट ने कहा कि कांग्रेस वंचित वर्गों के लिए समर्पित है हम देश के हालात जनता के सामने रखेंगे और बताएंगे कि आने वाले समय में अगर इंडिया गठबंधन जीतेगा तो फिर किस प्रकार अर्थव्यवस्था किसान बेरोजगार और नौजवानों के लिए काम करेंगे।
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