मुख्यमंत्री साय ने मुस्कुराकर कहा- ये तो मेरा घर है, मैं आता रहूंगा आपसे मिलने..!
जशपुर के बगिया के आदिवासी बच्चों को सीएम विष्णुदेव साय ने अपनी बर्थ-डे पार्टी दी. उन्होंने बच्चों के साथ नीचे बैठकर भोजन किया साथ ही अपने हाथ से आश्रम के अनुज को गुलाब जामुन खिलाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत प्रदेश के नेताओं के साथ जनता ने उन्हें बधाई दी है.
उन्होंने सबसे पहले जशपुर के बगिया में बालक आश्रम स्कूल के बच्चों को न्योता भोज दिया. सीएम ने बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया. अपनी थाली से मिठाई भी अपने बाजू में बैठे बच्चे अनुज और सुमित को बांट दिया. उन्हें कहा कि खूब मन लगाकर पढ़ना है. बच्चों ने मुख्यमंत्री साय को कविता के माध्यम से जन्मदिन की बधाई दी.
सीएम गृह निवास की ओर हुए रवाना
मुख्यमंत्री साय ने बच्चों के साथ केक काटकर जन्मदिन मनाया. उन्होंने बच्चों को केक खिलाया और उन्हें क्रिकेट किट, बैडमिंटन, वॉलीबॉल जैसी खेल सामग्री उपहार में दिए. इस मौके पर पद्मश्री जागेश्वर यादव भी मौजूद रहे।इसके बाद वे निवास बगिया पहुंचे, भोजन करने के पश्चात अपने गृह निवास की ओर रवाना हुए. जहां उनके जन्मदिन के अवसर पर साय की पत्नी कौशल्या देवी साय ने आरती कर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं.
वंचित वर्ग मुख्यधारा के साथ जोड़ा जा सके’
सीएम ने कहा कि मैं आज अपने जीवन का 60 वे जन्मदिन पर अपनी माता जी का आशीर्वाद लेने माताजी के पास गांव आया हूं. यहां आकर आश्रम के बच्चों के बीच जन्मदिन मानना व उनके साथ भोजन करना एक सुखद अनुभव है. मैं बच्चों उज्जवल भविष्य की कामना करता हुं. मैं राज्य की जनता से अपील करता हु की समाज के सभी लोग अपना जन्मदिन समाज के वंचितों के साथ जन्मदिन मनाए ताकि समाज का वंचित वर्ग को मुख्य धारा के साथ जोड़ा जा सके.
ग्रामीण पहुंचे मुख्यमंत्री को शुभकामना देने
घर पहुंच कर पत्नी कौशल्या साय के साथ पूजा पाठ किए तत्पश्चात अपनी माता जी का आशीर्वाद लिए. जैसी सादगी मुख्यमंत्री के रहन सहन और जीवन शैली में है ठीक वैसी ही सादगी उनके जन्मदिन पर देखने को मिली. आसपास के क्षेत्र से हजारों की संख्या में ग्रामीण अपने मुख्यमंत्री को शुभकामना देने पहुंचे. मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोषण शक्ति निर्माण के तहत जन्मदिन मनाने का जो तरीका शुरू किया है उसी का अनुसरण करते हुए आज बच्चों के साथ जन्मदिन का आनंद ही कुछ अलग है.
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