नारायणपुर अबूझमाड़ में जल-जंगल-जमीन बचाने आदिवासियों का आंदोलन, पारंपरिक हथियारों के साथ निकाल रहे रैली, बोले- मांगें पूरी, तभी हटेंगे….!
नारायनपुर जिले के अबूझमाड़ के तोयामेटा में दो सौ दिनों से आंदोलन पर बैठे ग्रामीण अब सड़क पर उतर आए हैं. तोयामेटा से हजारों ग्रामीण पैदल जिला मुख्यालय के लिए रवाना हुए. कुकड़ाझोर पुलिस थाना के पास पुलिस ने हजारों ग्रामीणों की भीड़ को बेरिकेड्स लगाकर रोका. लेकिन भीड़ ने बेरिकेड्स हटा दिया और जिला मुख्यालय के लिए रवाना हो गए.
अबूझमाड़ के आदिवासी सड़कों पर उतरे
नारायणपुर: अबूझमाड़ के तोयामेटा में दो सौ दिनों से ग्रामीण तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. ग्रामीणों की पेसा कानून वापस लेने, अबूझमाड़ में नए पुलिस कैंप ना खोलने और वन संरक्षण अधिनियम 2022 में बदलाव की मांग है. लेकिन तोयामेटा में 200 दिनों तक आंदोलन के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने पर अब ग्रामीण अबूझमाड़ से शहर की ओर कूच कर रहे हैं. ग्रामीण पारंपरिक हथियार, तीर धनुष सहित अपने साथ राशन लेकर निकल पड़े हैं.
हमने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. जिला और पुलिस प्रशासन को मांगों का ज्ञापन दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. हम ज्ञापन देकर थक गए हैं. इसलिए अब हम जिला मुख्यालय जाकर कलेक्टर को आवेदन देंगे.” – ग्रामीण
अबूझमाड़ के सैकड़ों गांवों के हजारों लोग हैं मौजूद: तोयामेटा से ग्रामीण पैदल निकले. शाम 4 बजे कुकडाझोर थाने के पास पुलिस ने उन्हें रोका. हजारों ग्रामीण मुख्यालय जाने आड़े रहे. करीब दो घंटे तक पुलिस समझाती रही, लेकिन बेरिकेड्स तोड़ शाम 7 बजे हजारों ग्रामीण जिला मुख्यालय के लिए रवाना हुए. ग्रामीण लगातार पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं. ग्रामीणों की भीड़ को रोकने के लिए जगह जगह पुलिस बल तैनात किया गया है.
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