सिम्स में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह पटरी से उतरी, डॉ.सहारे पर कई गंभीर आरोप

राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार कि कई एजेंसियो द्वारा प्राप्त कई अरब रुपए जो सिम्स के लिए भेजे गए हैं। राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार का सिम्स में भेजे जाने वाले अरबों रुपए भ्रष्टाचार के लिए नहीं भेजे जाते हैं बल्कि सरकारों का उद्देश्य इतने बड़े मेडिकल कॉलेज में आम जनता को मुफ्त में सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं मिले। परंतु शासन-प्रशासन के सपनों में सेंध लगाने वाले डॉ.कमल किशोर सहारे जैसे अति भ्रष्ट चिकित्सकों एवं अधिकारियों की कमी नहीं है। डॉक्टर सहारे में 0% भी प्रशासनिक क्षमता नहीं है। वर्तमान समय में सिम्स में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। सिम्स के डीन डॉ. कमल किशोर सहारे अपने केबिन में लगे सीसीटीवी मॉनिटर की निहारते हुए पूरे समय यह देखते रहते हैं कि विजिलेंस टाइप का किसी आदमी का प्रवेश सिम्स में तो नहीं हो गया? हमारे न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम के पास डॉ. कमल किशोर सहारे एवं उनके परिवार के सदस्यों एवं इनसे जुड़े बेनामी संपत्तियों की पूरी लिस्ट है जोकि डॉ.सहारे ने शासन के इस गरिमामय में पद पर रहते हुए अर्जित की है। शहर एवं आसपास कई करोड़ की संपत्तियां डॉ.कमल किशोर सहारे ने बनाई है। शासन के पास डॉ.सहारे के कई शिकायत पत्र भी है। आम जनता के विश्वास का प्रतीक सिम्स में प्रशासन चलाने की टेक्निक देखिए डॉ.कमल किशोर सहारे सिम्स में आतंक फैलाने वाले और लगातार आम मरीजों में भय का वातावरण पैदा कर रकम वसूलने वाले दागदार कर्मचारी नेता एवं कर्मचारियों को डॉ.सहारे अपना मोहरा बनाए हुए हैं। बात बात पर हड़ताल कर सिम्स की व्यवस्था को बाधित करने वाले स्टाफ की सभी अवैध मांगों को मानकर इनका उपयोग डॉ.सहारे लोकप्रिय एवं सेवाभावी चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को परेशान करने के लिए कर रहे हैं। सिम्स के अध्ययनरत आधे अधूरे डॉक्टर अपनी अवैधानिक सेवाएं शहर के निजी अस्पतालों एवं क्लिनिको में धड़ल्ले से दे रहे हैं। रात भर सिम्स के अध्ययनरत विद्यार्थी हॉस्टल से गायब रहते हैं। परंतु डीन जो खुद ही इस तरह के अवैधानिक क्रियाकलापों में लिप्त है इसे रोक नहीं पा रहे हैं। सिम्स के डीन डॉ.कमल किशोर सहारे अपने कुछ जासूसों को सिम्स में तैनात किए हैं जो की व्यवस्था सुधारने में नहीं बल्कि महिला चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्सों के रूम की गतिविधियां पर नजर रखते हुए सारी सूचनाएं डीन डॉ.सहारे को देते हैं । और अपने जासूसों के सच्ची झूठी रिपोर्ट पर महिला चिकित्सकों एवं नर्सों को मानसिक रूप से परेशान करते हैं अब समय आ गया है कि शासन सिम्स के लिए एक आईएएस और एक आईपीएस की नियुक्ति कस्टोडियन के रूप में करें ताकि लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचार एवं अव्यवस्था पर नकेल कसा जा सके।
सिम्स के डीन डॉ.कमल किशोर सहारे अब भ्रष्टाचार के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचने वाले हैं। शहर एवं आसपास कई करोड़ की संपत्तियां खरीदी डॉ सहारे ने। महिला चिकित्सकों एवं मरीजों से दुर्व्यवहार डॉ.सहारे के लिए आम बात है