
हाथियों का आतंक:भालू के बाद अब हाथी ने ली जान, कांकेर व धमतरी सीमा पर 2 को कुचला, एक की मौत
कांकेर जिले के नरहरपुर विकासखंड के अंतिम गांव सुरही से मात्र 3 किमी दूर चनागांव निवासी प्रियेश नेताम (18) पिता संतानूराम व संदीप कुंजाम (16) पिता श्रवण पड़ोसी जिला धमतरी के ग्राम अरौद में रात में चल रही कबड्डी प्रतियोगिता देखने गए थे। वापस आने के दौरान सिलतरा के पास पेट्रोल खत्म हुआ तो बाइक खड़ी कर सिलतरा में मौसी के घर जाने पैदल ही चल दिए। इसी बीच दोनों का सामना दंतैल से हो गया। इस पर दोनों ने दौड़ लगाई। हाथी भी पीछे दौड़ा। उसके नीचे आने से प्रियेश नेताम की मौके पर ही मौत हो गई। जिले में भालुओं के बाद अब हाथियों ने भी दहशत बढ़ा दी है। जिले के नरहरपुर रेंज के अंतिम गांव मुरूमतरा से 7 किमी दूर धमतरी के गांव सिलतरा में दो युवकों को क्षेत्र में हाल ही में पहुंचे एक हाथी ने कुचल दिया। एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरा घायल अवस्था में सड़क किनारे ही पड़ा रहा, जिसे सुबह ग्रामीणों ने इलाज के लिए नरहरपुर अस्पताल पहुंचाया। गुरुवार को भी हमलावर हाथी सिलतरा के आसपास ही देखा गया

युवकों पर हमला करने वाला हाथी गुरुवार को भी सिलतरा के पास खेत में देखा गया।
कांकेर-बालोद और धमतरी जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में लंबे समय तक रहने वाला 22 सदस्यों वाला चंदा हाथी दल महाराष्ट्र की ओर रवाना हो चुका है। इधर, कांकेर के दुधावा क्षेत्र से लगे सीतानदी अभयारण्य में ओडिशा से 33 हाथियों के आने की सूचना है। चारामा रेंजर सियाराम सिंह ने कहा चारामा के जंगलों में डेरा डालने वाला एक हाथी चारामा के ही पंडरीपानी के जंगलों में है। सीमावर्ती क्षेत्र में युवकों पर हमला करने वाला हाथी नया पहुंचा है जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। नरहरपुर रेंजर आशीष आर्य ने कहा सीतानदी अभयारण्य में उड़ीसा से नया हाथी दल पहुंचने की जानकारियां मिल रही है। उस दल में कितने हाथी हैं फिलहाल इसकी पुष्ट जानकारी नहीं है। दल से अलग भटक रहे हाथी ने नहीं किया हमला: घटना के बाद वनविभाग को लगा चारामा में ही डेरा डालने वाले हाथी ने धमतरी जिले के सीमावर्ती क्षेत्र पहुंचकर हमला किया होगा। लेकिन तफ्तीश में पता चला उक्त हाथी चारामा के पंडरीपानी क्षेत्र में ही है। हमला करने वाला हाथी नया है जो हाल ही में कांकेर-धमतरी के सीक्षा क्षेत्र में पहुंचा है।