नफरत के चूल्हे पर राजनीतिक रोटियां सेकने वालों को जनता करारा जवाब देगी ,,,महिला कांग्रेस अध्यक्ष सूर्यप्रभा चेटियार
धमतरी । आम आदमी पर महंगाई की आग तो पहले से ही लगी हुई है। केंद्र सरकार द्वारा घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रूपए प्रति सिलेंडर दाम बढ़ाकर रसोई की तपिश में गृहणियों को झुलसा दिया है। बैंक में 15 लाख डालने एवं महंगाई कम करने का झांसा देकर सत्ता हासिल करने वाले मोदी जी ने आम आदमी के मुंह से निवाला छीन लिया। रागत दो वर्षों में धीरे धीरे गैस की ■ सब्सिडी खत्म कर दी गई। यह कहना है धमतरी जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष सूर्यप्रभा चेटियार का उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन महिलाओं को दिया गया था जिसके प्रचार प्रसार में करोड़ों रुपए फूंके दिए गए। एक सर्वे में पाया गया कि 90 लाख उज्जवला लाभार्थी महिलाओं ने दोबारा सिलेंडर नहीं भरवाया 42 फीसदी लाभार्थी महिलाएं चूल्हा फूंकने मजबूर हो गई हैं। विश्व में सबसे महंगा गैस सिलेंडर भारत में बिकताहै। चेटियार ने कहा कि डॉक्टर मनमोहन सरकार के समय 10 रूपए गैस सिलेंडर के भाव बढ़ने पर स्मृति इरानी सड़कों पर नागिन डांस करते नजर आई। आज सत्ता के लोभ में आम गृहणिओं की व्यथा उन्हें दिखाई नहीं दे रही है। इसी से अस्पतालों में बिस्तरों की दर होटलों अस्पतालों में बिस्तरों की दर होटलों में कमरों के किराये निम्न एवं आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी का अतिरिक्त भार 5 से 12 प्रतिशत तक पड़ने वाला है।
जबकि हीरे पर सिर्फ डेढ़ प्रतिशत जीएसटी बढ़ाया जाएया यह विरोधाभाष है। सितंबर माह से गरीबों को दिए जाने वाले 5 किलो कम किए जाने की कवायद चल महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा डॉलर के बढ़ते दाम, विदेश नीति पर कोई योजना या दूरदर्शिता नहीं दिखाई। सूर्यप्रभा चेटियार ने कहा कि संवेदन शून्य केंद्र सरकार ने गत 8 वर्षों में सिर्फ धार्मिक उन्माद फैलाने, अराजकता देश की जनता को बरगलाने एवं ध्यान बटाने, प्रदेशों के क्षेत्रीय सरकारों को गिराने, विधायकों के खरीद फरोख्त दल बदल तथा विपक्ष के नेताओं की छवि बिगाड़ने तरह 18 जुलाई से दूध, दही, पनीर, हेतु अनर्गल प्रचार प्रसार में करोड़ों खाद्य पदार्थगेहूं चावल, आटा, रुपए खर्च कर दिए हैं।
गरीब मजदूर श्रमिकों के बदहाल जिंदगी से कोई वास्ता नहीं है। जब से केंद्र सरकार मध्यम वर्गीय आम आदमी की हर सत्ता में आई है 1 करोड 30लाख लोगों की नौकरी छिन गई है। आम जनता के जेब से पैसा छीन लिया गया है। गरीबों की थाली से रोटी छीन लिया गया है। हाथों से रोजगार और वाहनों से पेट्रोल-डीजल छीना गया गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में है। बढ़ती महंगाई को रोकने तथा बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर कोई सोच अनाज के थैले से गेहूं को हटाए या नहीं, कोई आवाज नहीं, ना कोई नीति निर्धारण और ना ही कोई प्राथमिकता रही है। मोदी सरकार ने कभी भी है। उन्होंने आम लोगों से कहा कि नफरत की राजनीति करने वालों को जनता समझे एवं नफरत के चूल्हे पर राजनीतिक रोटियां सेकने वालों को आने वाले समय में जनता सबक सिखाएगी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे
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