भिलाई में अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची निगम टीम पर हमला, आयुक्त पर घूस मांगने का आरोप; निगम ने बताया निराधार

राजेंद्र देवांगन
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भिलाई। नेहरू नगर क्षेत्र में सोमवार को अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची नगर निगम भिलाई जोन-1 की टीम पर कब्जाधारियों ने हमला कर दिया। इस दौरान जोन आयुक्त अजय सिंह राजपूत को घेरकर उन पर 5 हजार रुपये की घूस मांगने का आरोप लगाया गया। घटना के चलते मौके पर तनाव की स्थिति बन गई।


अवैध निर्माण पर कई बार जारी हुए नोटिस

निगम के मुताबिक, नेहरू नगर सेक्टर-9 स्थित हाउस नंबर 49/12 में पुष्पा तिवारी पति राधेश्याम तिवारी द्वारा बिना भवन अनुज्ञा के निर्माण किया जा रहा था। पिछले छह महीनों में निगम ने 7 नोटिस जारी किए—

  • 1 भवन अनुज्ञा शाखा से
  • 6 नोटिस जोन कार्यालय से

चेतावनी के बावजूद निर्माण नहीं रोका गया, जिसके बाद सोमवार को निगम की तोड़फोड़ टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की।


चार-पांच लोगों ने आयुक्त को घेरा

जैसे ही टीम ने अवैध निर्माण हटाना शुरू किया, कब्जाधारी और उनके समर्थक भड़क उठे। देखते ही देखते 4–5 लोगों ने मिलकर आयुक्त अजय राजपूत को घेर लिया और घूस मांगने के आरोप लगाने लगे। उनका आरोप था कि निगम के एक कर्मचारी ने 5 हजार रुपये राजपूत जी के लिए मांगे थे।


मकान मालिक का बयान — “समय मांगा था, लेकिन कार्रवाई कर दी”

मकान मालिक तुषार तिवारी ने बताया—

“निगम की टीम 10–11 बजे पुलिस बल के साथ पहुंची। हमने 15 दिन का समय मांगा था ताकि भवन अनुज्ञा की प्रक्रिया पूरी कर सकें, लेकिन वे नहीं माने। पुराना निर्माण हमने खुद हटा लिया था। अब रजिस्ट्री की जमीन पर निर्माण चल रहा था।”


किराएदार का दावा — “हाथापाई नहीं की, 5 हजार रुपये मांगे गए थे”

किराएदार अभिषेक मिश्रा ने कहा—

  • निगम बिना किसी लिखित नोटिस के मौके पर आया।
  • हमने भवन अनुज्ञा के लिए आवेदन कर रखा था।
  • तोड़फोड़ विभाग के कर्मचारी ने 5 हजार रुपये मांगे और कहा कि “राजपूत जी ने मंगवाया है।”
  • हमने काम रुकने के डर से दे भी दिया, लेकिन अब अचानक तोड़फोड़ कर दी गई।
  • आरोप है कि हमारे पास पूरा वीडियो है जो साबित करेगा कि न तो हमने हाथापाई की है और न ही वाहन तोड़ा है।

कब्जाधारियों का आरोप — “आस-पास भी अवैध कब्जे, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं?”

लोगों ने निगम पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि आस-पास भी कई रेस्टोरेंट, कैफे और नाली पर बने अवैध निर्माण हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

इस पर आयुक्त ने स्पष्ट किया—

“सभी को नोटिस जारी किए गए हैं। नोटिस अवधि पूर्ण होने के बाद कार्रवाई होगी।”


आयुक्त का जवाब — “घूस मांगने का आरोप निराधार”

जोन आयुक्त अजय राजपूत ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा—

  • “घूस मांगने की बात पूरी तरह निराधार है।”
  • “संबंधित व्यक्ति को 4 बार नोटिस दिया गया था।”
  • “निर्माण बिना अनुमति जारी था, इसलिए तोड़फोड़ की गई।”
  • “हमलावरों ने मेरी सरकारी गाड़ी में तोड़फोड़ की और गाली-गलौज की।”

उन्होंने थाना सुपेला में शिकायत दर्ज कराई है।


घटना के बाद क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण है। मामला पुलिस और निगम दोनों के लिए गंभीर चुनौती बन गया है।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)