छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हाईकोर्ट के वकील राहुल अग्रवाल (30) की मौत का रहस्य फिलहाल गहराता जा रहा है। उनके परिजनों का स्पष्ट कहना है कि राहुल आत्महत्या नहीं कर सकता। वे राहुल के प्रेम प्रसंग की बातों को भी मनगढ़ंत बता रहे हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
राहुल भाटापारा के निवासी थे और मंगला के ग्रीन गार्डन कॉलोनी में पिछले 7-8 साल से रह रहे थे। गुरुवार को वह हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने गए थे। शाम को राहुल ने अपने दोस्त मुकेश राठिया से नेहरू चौक पर मुलाकात की, इसके बाद दोनों सिरगिट्टी के महिंद्रा शोरूम गए और कार सर्विसिंग के बाद ट्रांसपोर्ट नगर में शराब पार्टी की। फिर वे मुकेश के मोपका स्थित घर भी पहुंचे जहां शराब पीते रहे। एक दोस्त अभिषेक आचार्य भी कुछ समय बाद वहां से चला गया।
रात करीब 1:30 बजे राहुल घर जाने के लिए निकले, लेकिन वह अपने घर नहीं पहुंचे। उनके मोबाइल पर संपर्क नहीं हो पाने पर परिजन चिंतित होकर उनकी तलाश में लगे।ुसके बाद क्षेत्रीय पुलिस के सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी का केस दर्ज कराया गया।
शव की खोजबीन के दौरान अरपा नदी के रामसेतु ब्रिज पर राहुल की बाइक लावारिस मिली। पुलिस ने शव को नदी में पाया। पुलिस अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। परिजनों ने बताया कि राहुल के शरीर पर घिसटने के निशान मिले हैं और कपड़े भी फटे हुए थे, जबकि बाइक में कोई नुकसान नहीं था। इस वजह से परिजन हादसे की संभावना से असहमति जताते हैं और जांच की मांग करते हैं।
परिजनों का मानना है कि राहुल किसी भी हालात में आत्महत्या नहीं कर सकता। वे राहुल के प्रेम प्रसंग को झूठा बताते हुए कहते हैं कि जो लड़की उनकी दोस्त थी, उसकी चार- पांच साल पहले ही शादी हो चुकी थी। मित्रों के अनुसार राहुल अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था, लेकिन उस लड़की का रिश्ता कहीं और तय हो गया था, जिससे राहुल तनाव में था।
सिटी कोतवाली के टीआई देवेश राठौर ने बताया कि राहुल के दोस्त और मोबाइल कॉल रिकॉर्ड की जांच कर उसकी मौत के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

