बिलासपुर। शहर के जुना बिलासपुर इलाके में एक पागल सांड ने आतंक मचा दिया है। क्षेत्र में मंगलवार को सांड ने एक ही दिन में 5 लोगों पर हमला कर दिया, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद इलाके में खौफ का माहौल है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सांड को पिछले कई दिनों से मोहल्ले में विचरते देखा जा रहा था और यह लगातार लोगों और वाहनों का पीछा कर रहा था। लेकिन इसकी जानकारी प्रशासन को बार-बार देने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
🔹 बच्चों पर खतरा, लोग घरों में कैद
इलाके में स्कूल जाने वाले बच्चों के परिजन सबसे अधिक चिंतित हैं।
बच्चों के अभिभावकों ने स्पष्ट कहा कि वे अब बच्चों को बाहर भेजने में डर रहे हैं।
“हम लोग सुबह-सुबह बच्चे को स्कूल छोड़ने तक नहीं निकल पा रहे।
सांड अचानक हमला कर देता है,
प्रशासन चुप है।”
— स्थानीय नागरिक
कई दुकानदारों ने भी अपने शटर बंद कर लिए हैं और सड़कें लगभग खाली नजर आ रही हैं।
🔹 प्रशासन की चुप्पी ने बढ़ाया गुस्सा
लोगों ने नगर निगम और पशु विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
“बार-बार शिकायत की गई।
न तो कोई टीम आई, न सांड को पकड़ा गया।
क्या प्रशासन किसी बड़ी घटना का इंतज़ार कर रहा है?”
— वार्ड निवासियों का आरोप
स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
🔹 क्षेत्रवासियों की मांग
- सांड को तुरंत पकड़कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए
- पशु नियंत्रण टीम की नियमित पेट्रोलिंग शुरू हो
- भीड़भाड़ वाले शहरी क्षेत्रों में पशु नियंत्रण पर सख्त नीति लागू की जाए
🟠 स्थिति गंभीर — लेकिन प्रशासन मौन
इस घटना ने एक बार फिर शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती समस्या को सामने ला दिया है।
कई महीनों से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आवारा पशु सड़क दुर्घटनाओं और हमलों की वजह बनते रहे हैं, लेकिन निगम की कार्रवाई केवल कागज़ में सीमित दिखाई दे रही है।
जुना बिलासपुर में लोग अब डर के बीच जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
जबकि जिम्मेदार अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं।

