प्रदेश संगठन के आव्हान पर संविदा स्वास्थ्यकर्मियों अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिले में भी स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर हैं। जिला अस्पताल के सामने टेंट लगाकर वह हड़ताल पर बैठे हैं। इससे अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
बता दें कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का आव्हान किया है। पदाधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल के द्वारा संविदा नीति 2023 का पूर्ण रूप से लाभ न प्रदान करते हुए कर्मचारियों की सुविधा में कटौती कर सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश की अव्हेलना कर कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी की गई है। इसके विरोध में प्रदेश के 32000 एनएचएम कर्मचारी चरणबद्ध आंदोलन के बाद आज 22 अप्रैल को अनिश्चितकालीन हडताल में बैठ गए हैं। इससे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
इसमें आम जन को टीकाकरण की सुविधा प्राप्त नहीं हो सकी। गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचे प्रभावित हुई हैं। एनआरसी व एसएनसीयू का कार्य प्रभावित रहा। साथ ही एनसीडी में आने वाले मरीजों के बीपी, शुगर की जांच नहीं हो सकी। मरीज व वृद्धजन परेशान होते रहे। इसी तरह टीबी, मलेरिया की जांचे नहीं होने से मरीज परेशान होते नजर आये। साथ ही प्रदेश भर में स्वास्थ्य शिविरों एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम और रिपोर्टिंग पर हड़ताल का असर देखा गया।
संघ के पदाधिकारियों ने बताया गया कि जब तक पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा अनुसार और सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी संविदा नीति 2023 के अनुरूप एनएचएम कर्मचारियों को लाभ प्रदान नहीं किया जाता, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। आने वाले दिनों में आंदोलन के तहत अलग अलग गतिविधियां की जाएंगी।