रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बुधवार देर रात गौकशी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। मोमिनपारा इलाके में गौमांस काटने और बेचने का अवैध धंधा चल रहा था। गौसेवकों की सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर गौकशी में प्रयुक्त सामग्री जब्त कर ली और एक संदेही को हिरासत में लिया।
कांग्रेस कनेक्शन का दावा
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह गौकशी का अवैध कार्य मोमिनपारा मस्जिद कमेटी के प्रेसिडेंट और कांग्रेस नेता हैदर अली के संरक्षण में चल रहा था। हालांकि, इस मामले में अब तक कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सीएम साय की सख्त चेतावनी
मुख्यमंत्री विश्नुदेव साय ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और गौमांस बेचने और गायों की तस्करी करने वालों को कड़ी चेतावनी दी। सीएम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट किया:
“रायपुर में गौमांस बिक्री के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह न केवल गंभीर अपराध है, बल्कि सनातन आस्था और सामाजिक सद्भाव को गहरा आघात पहुंचाने वाला कृत्य है। गौमाता की तस्करी करने वाले या तो सुधर जाएं या छत्तीसगढ़ छोड़ दें, ऐसे अपराधियों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है।”
कैसे हुआ गौकशी का खुलासा?
गौसेवकों को इस अवैध गौकशी की जानकारी पहले से मिल रही थी। उन्होंने संदिग्ध घरों की गुप्त रेकी की और जब पुष्टि हुई तो पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर दबिश देकर गौमांस के बड़े टुकड़े, तराजू, मांस काटने के औजार, लकड़ी के बड़े टुकड़े, खून से सनी रस्सियां और एक ऑटो बरामद किया।
पुलिस को क्या सबूत मिले?
- मौके पर गौमांस के ढाई से तीन फीट लंबे टुकड़े मिले।
- एक खुर्शीद अली नामक व्यक्ति की आईडी बरामद हुई।
- दो-तीन डायरियां मिलीं, जिनमें गौमांस खरीदने और बेचने वालों के नाम, वजन और रेट दर्ज थे।
सरकार की सख्ती, क्या होगी कार्रवाई?
राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि गौकशी और तस्करी में लिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी। सीएम साय की इस सख्त चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन भी गौवंश संरक्षण को लेकर अलर्ट मोड में आ गया है।
अब देखना होगा कि इस मामले में और कौन-कौन से बड़े नाम सामने आते हैं और क्या सरकार इस पूरे नेटवर्क पर पूरी तरह से शिकंजा कस पाएगी।