रिपोर्टर सिरोज विश्वकर्मा
हल्बी गोंडी में किताब का विमोचन कर शिक्षा अधिकारी पुस्तक किए भेंट
बीजापुर जिले केशिक्षा अधिकारी बीआर बघेल पहुंचे जगदलपुर एवं बस्तर जहां उन्होंने सहायक आयुक्त एवं आईजी के समक्ष हल्बी गोंडी किताब इसका विमोचन दिसंबर माह में बीजापुर जिले में किया गया था भेंट किया अधिकारियों को शासन की रीति नीति से लोगों में हल्बी गोंडी भाषा में जानकारी देने और लेने में काफी आसानी होगी वहीं शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने बताया कि लोकल भाषा हल्बी और गोंडी को उप चारण कर मीनिंग सहित अर्थ बताया गया है ताकि इनके भाषा और शब्दों को समझ कर इन के हित में कार्य किया जा सकेइस किताब के साथ कलेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा एवं एसपी आंजनेय वार्ष्णेयएवं शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने समाज के समक्ष अपने संदेश को प्रेषित किया छत्तीसगढ़ के दक्षिणी छोर में बसे बीजापुर जिले को महाराष्ट्र एवं तेलंगाना प्रदेश की सीमायें स्पर्श करती हैं। यह धुर नक्सल प्रभावित एवं घोर संवेदनशील जिला है।
तथापि इस जिले में विकास की असीम संभावनायें विद्यमान है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अनेक लोकोपयोगी योजनायें लागू है एवं विभागों द्वारा अनेक जनोन्मुखी कार्यक्रम प्रारंभ किये गये हैं। शासन की ढेरों योजनाएं जमीनी स्तर पर उस तरह से प्रायोगिक रूप से साकार करने में भाषा एक बड़ी समस्या की तरह सामने आती रहती. है। यह संवाद पुस्तिका ‘कर्मचारियों एवं स्थानीय लोगों के बीच एक संवाद’का निर्माण करते हुए कई सारी कठिनाइयों का सरलीकरण करने में बेहतर मददगार साबित होगी। इन कार्यक्रमों एवं योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर बेहतर रूप से जारी है तथा ऐसे कल्याणकारी योजनाओं का समग्र लाभ अन्तिम पंक्ति तक पहुँच रहा है एवं इन्हें बेहतर एवं सम्यक रूप से सफलीभूत किया जा सकता है। इसकी पड़ताल एवं निगरानी जरूरी हैं।
इस कारण जिला बीजापुर में प्रमुखता से बोली जाने वाली लोक बोली गोंडी का व्याकरण तैयार की गई है। इसकी सहायता से बीजापुर जिले की आम जनता से सीधे संपर्क स्थापित हो सकेगा। आशा ही नहीं वरन् पूरा विश्वास है कि यह संवाद नामक पुस्तिका इस दिशा में अत्यंत कारगर सिद्ध होगी।