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सहायक शिक्षक की मौत का मामला पहुंचा सांसद के समक्ष, दिए निर्देश, जल्द हो सकती है लापरवाह अधिकारी पर कार्यवाही

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सहायक शिक्षक की मौत का मामला पहुचा सांसद के समक्ष ,दिए निर्देश जल्द हो सकती है लापरवाह अधिकारी पर कार्यवाही

पंकज भरद्वाज,कोरबा :- जिले के विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के संकुल तानाखार की घटना में शिक्षकों की व्याप्त समस्याओं का निराकरण नहीं करने एवं कोरोना संक्रमण काल के दौरान ड्यूटी लगाने में सावधानी नहीं बरतने पर सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की है। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ और मीडिया की खबरों के माध्यम से सांसद तक डीईओ की शिकायत पहुंची है। जिसमें गंभीर बीमार से ग्रस्त कर्मचारी, गर्भवती एवं शिशुवती महिला तथा दिव्यांग कर्मचारियों को कोविड ड्यूटी से मुक्त रखने की मांग को नजर अंदाज किया गया है। विगत दिनों तानाखार शासकीय प्राथमिक शाला के दिव्यांग सहायक शिक्षक सधवा कुमार बंजारे की कोविड ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी । जिसे सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने गंभीरता से लिया है । वही सहायक शिक्षक की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि विभागीय अधिकारी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। इस मामले में सांसद के हस्तक्षेप किये जाने से एक बार फिर लोगो मे उम्मीद की किरण दिख रही है । लोगो का कहना है कि जिस अधिकारी के लापरवाही के कारण सहायक शिक्षक की मौत हुई है । और उसके बच्चो के सिर से पिता का साया उठ गया है ऐसे अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही होना ही सहायक शिक्षक को सही श्रद्धांजलि होगी । इसी तारतम्य में शिक्षक संघ के ज्ञापन सौंपने पर पोड़ी उपरोड़ा के SDM द्वारा घटना की संबंध में जांच दल गठित किया गया था। जिसमें मृतक दिव्यांग शिक्षक के सहकर्मियों का बयान एसडीएम के समक्ष लिया गया परंतु सभी साक्ष्य और बयान के मद्देनजर नीचे से लेकर ऊपर तक अधिकारियों के कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर रही है जिससे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के पसीने छूट रहे हैं इस वजह से अधिकारी अपने बचाव के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं एवं बयान देने वाले कर्मियों को अपने बयान बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है । शिक्षिकाओं के द्वारा अपने उपस्थिति एवं सर्वे ड्यूटी करने का सबूत उपस्थिति रजिस्टर व ड्यूटी के दौरान सेल्फी फोटो अधिकारियों एवं जांच दल के सामने प्रस्तुत करने पर भी उनको अमान्य किया जा रहा है। इन सब को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे समस्त अधिकारी चाहे वह स्थानीय स्तर के हो या  ब्लॉक व जिला स्तर के सभी इस प्रकरण को दबाने एवं आरोपी संकुल समन्वयक एवं प्राचार्य को बचाने की पुरजोर कोशिश में लगे हुए हैं। कर्मियों की मृत्यु होने के उपरांत भी उन्हें न्याय नहीं मिल पाना अधिकारियों की मानवता का ह्रास होना है ।अभी तक शिक्षा विभाग के विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा जिला कोरबा में पदस्थ 8 शिक्षकों की कोरोना ड्यूटी से संक्रमित होने के कारण मृत्यु हो चुकी है और सभी अधिकारी इन दुखद समाचारों को सुनकर भी मौन धारण किए हुए हैं। अधिकारियों को अपने निचले कर्मचारियों के दुखों से कोई सरोकार नजर नहीं आता। फिलहाल मृतक परिवार को अग्रेसिया राशि भेजवा दिए जाने की जानकारी आ रही है एवं शिक्षक संघ द्वारा अपने मृत शिक्षक साथी के परिवार वालों को संवेदना स्वरूप सहयोग राशि एकत्रित कर दी जा रही है। अब आगे क्या कार्यवाही होती है ये समय ही बताएगा ।

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