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लाकडाउन की आशंका से सामानों की कालाबाजारी शुरू…पढ़िए पूरी खबर

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लाकडाउन की आशंका से सामानों की कालाबाजारी शुरू…पढ़िए पूरी खबर

बिलासपुर:- शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जमाखोरी और कालाबाजारी फिर से शुरू हो गया है। प्रदेश में जमकर लूट मची हुई है। खाद्य पदार्थो की जमाखोरी की जा रही है। किराना दुकानों एवं पान समान में गुड़ाखू एवं जर्दायुक्त गुटखों की कीमतों में बढ़ोतरी कर दिया गया है। वर्तमान में गुड़ाखू दुकानों में नही मिल रहा है, जहां मिल रहा है वहां उपभोक्ताओं को अनाप-शनाप दर पर बेचा जा रहा है। जर्दायुक्त गुटखा जिसकी कीमत 5 रुपये होती है उसे दुकानदारों द्वारा 20 रुपये का 3 गुटखा दिया जा रहा है। खाद्य विभाग के नियमों के विपरीत खाद्य पदार्थों का विक्रय किया जा रहा है। आम लोगों की जेब पर जमाखोरी का डाका डाला जा रहा है। ऐसे दुकानदार पर खाद्य विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया जाना विभाग की निष्क्रियता को दर्शाता है।

आने वाले समय में कोरोना
के मद्देनजर सम्भवतः यदि लाकडाउन लगता है तो दुकानदारों की मनमानी पूर्व की भांति चरम पर पहुंच जाएगी। जमाखोरी कर कालाबाजारी करके मुनाफा कमाने वाले दुकानदारों पर खाद्य विभाग द्वारा नकेल नहीं कसने से इनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
बड़े व्यापारियों द्वारा एक बार फिर से कालाबाजारी की जा रही है। विगत 2 दिनों से बड़े व्यापारियों द्वारा गुटखा, गुड़ाखू जैसे नशीले पदार्थों को निर्धारित मूल्य से अधिक में बेचा जा रहा है। छोटे दुकानदारों का कहना है कि गुटखा, गुड़ाखू या अन्य सामाग्री नहीं मिल रहा है। पहले की तुलना में अब हम अधिक मूल्य में सामान खरीद कर ला रहे हैं, इसलिए सामान अधिक मूल्य में बेच रहे हैं। वहीं लोगों से पता चला है कि अन्य खाद्य सामग्री जैसे तेल, शक्कर, मैदा के मूल्यों में भी 40 से 50 रुपये बढ़ोत्तरी कर दी गई है। प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामले के बाद प्रदेश के अधिकांश जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।
साथ ही इनकी समान की कीमतों में भारी उछाल आ गया था और मुनाफाखोरों ने जमकर मुनाफा कमाया था। इस बार इसी संभावना के बीच प्रदेश में इसकी जमकर कालाबाजारी शुरू हो गई है। नगर के बड़े-बड़े दुकानदारों ने अभी से भारी मात्रा में स्टाक जमा कर लिया है। साथ ही इसके दामों में भी भारी उछाल आ गया है।

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