छत्तीसगढ़

रबी फसल के लिए नहीं मिल रहा पानी ,जांजगीर के किसान आंदोलन की तैयारी में

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बिलासपुर। ग्रीष्मकालीन फसल लगाने के लिए पूरी तैयारी कर चुके सेमरिया-भैंसो क्षेत्र के किसान इस बात को लेकर परेशान हैं कि जल संसाधन विभाग अब उनके क्षेत्र में पानी नहीं देने की बात कह रहा है
दरअसल इस क्षेत्र में नहर मरम्मत का हवाला दिया जा रहा है। जबकि किसानों ने पूर्व से ही रबी फसल की तैयारी कर ली है। ऐसे में अब उन्होंने पानी की मांग को लेकर जल सत्याग्रह करने की चेतावनी दी है।

सोमवार 11 जनवरी को जिला मुख्यालय जांजगीर पहुंचे पामगढ़ ब्लाक अंतर्गत भैंसो, सेमरिया क्षेत्र के किसानों ने हसदेव बांगो नहर जल प्रबंध संभाग जांजगीर के कार्यपालन अभियंता से भेंट की और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।

सौंपे गए ज्ञापन में क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने बताया है कि पामगढ़ तहसील अंतर्गत सेमरिया भैंसो में लगभग 8 सौ एकड़ कृिष भूिम पर रबी की खेती होती है। इस साल रबी के लिए पानी देने की घोषणा होते ही क्षेत्र के किसानों ने दलहन – तिलहन की फसल के साथ ग्रीष्मकालीन धान की खेती तैयारी शुरू कर दी। लगभग 50-60 एकड़ एिरया में दलहन तिलहन लगा चुके है और बाकी के सिंचित एरिया में ग्रीष्मकालीन धान लगाने की तैयारी की गई है।

लेकिन जल संसाधन विभाग द्वारा अब इस क्षेत्र में पानी नहीं देने की बात कही जा रही है। जबकि पूर्व में इस तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई थी और पूछने पर पानी देने का ही आश्वासन दिया गया। ऐसे में ऐन वक्त में ग्रीष्मकालीन फसल के लिए पानी नहीं मिलने पर किसानों को आर्थिक क्षति होगी। ऐसी स्थिति में उन्होंने पानी की मांग को लेकर बुधवार 13 जनवरी को जल सत्याग्रह करने का निर्णय लिया है।

उतेरा पुसल भी नहीं ले पाएंगे किसान

ऐन वक्त पर ग्रीष्मकालीन फसल के लिए पानी नहीं मिलने से चिंतित भैंसा सेमरिया क्षेत्र के किसानों ने बताया कि पानी मिलने की आस में उन्होंने तिवरा, सरसों जैसी उतेरा की फसलों ही नहीं लगाई है, लेिकन अब ऐनवक्त पर पानी नहीं देने का फरमान विभाग के अधिकारी सुना रहे है। ऐसे में उतेरा फसल भी वे नहीं ले पाए।
किसानों की बात सुनी गई है। उस क्षेत्र में मरम्मत का काम होना है। मरम्मत एरिया को हेडअप करके पानी देने बनेगा तो व्यवस्था बनाएंगे।

संजय दीक्षित, कार्यपालन अभियंता, सिंचाई विभाग जांजगीर

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