अपराध

मूलभूत, 14वे वित्त मद से लाखों की राशि गबन करने वाले सरपंच- सचिव पर कार्यवाही की मांग को लेकर उपसरपंच सहित सभी पंच जनपद के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे

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मूलभूत, 14वे वित्त मद से लाखों की राशि गबन करने वाले सरपंच- सचिव पर कार्यवाही की मांग को लेकर उपसरपंच सहित सभी पंच जनपद के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे

कोरबा 2 दिसम्बर। जिले के पाली जनपद पंचायत अंतर्गत बीहड़ वनांचल एवं पहाड़ी क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत जेमरा के उपसरपंच भंवरसिंह सहित सभी पंचों द्वारा सरपंच राजकुमार जगत एवं सचिव निर्मलदास मानिकपुरी के भ्रष्ट्राचार के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर मोर्चा खोल आज जनपद पंचायत कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है।पंचों का आरोप है कि सरपंच- सचिव द्वारा मूलभूत एवं 14वे वित्त मद के लाखों की राशि गबन किये जाने की शिकायत पर जांच उपरांत लाखों का वसूली योग्य पाए जाने पश्चात भी जनपद के अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है।
इस संबंध पर विदित हो कि जेमरा के सभी पंचों द्वारा सरपंच- सचिव पर मनमानी और मूलभूत, 14वे वित्त के अलावा शासकीय निर्माण कार्यों की राशि का भी गबन तथा मजदूरी राशि भुगतान लंबित व पंचायत कार्यों एवं योजनाओं से जुड़ी कोई भी जानकारी नही देने सहित शराब के नशे में अक्सर पंचों के साथ दुर्व्यवहार किये जाने का आरोप लगाकर इस आशय की शिकायत गत 24 अगस्त 2020 को कटघोरा एसडीएम एवं 25 अगस्त को पाली सीईओ एमआर कैवर्त से लिखित तौर पर कर सरपंच- सचिव के विरुद्ध उचित जांच व कार्यवाही की मांग की गई थी तथा कार्यवाही नही होने पर अपने पद से सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का निर्णय भी लिया गया था।शिकायत के आधार पर पाली सीईओ द्वारा टीम गठित कर जांच का जिम्मा सौंपा गया जहाँ जांच दल द्वारा 21 सितंबर को जेमरा पहुँचकर शिकायत की जांच की गई जिसमे भारी- भरकम गबन पाते हुए करीबन अठारह लाख रुपए वसूली योग्य पाया गया।लेकिन उचित कार्यवाही किये जाने के बजाय सरपंच- सचिव के मध्य पंचों का आपसी समझौता कराया गया।जिसके तहत सरपंच- सचिव द्वारा 23 अक्टूबर को शपथपत्र जारी कर 30 अक्टूबर तक सभी लंबित राशि का भुगतान किए जाने के अलावा बिना प्रस्ताव किसी भी मद या योजना से राशि आहरण नही करने तथा बिना कार्य के आहरित किये गए लाखों की राशि को जमा करने की बात कही गई थी।लेकिन उक्त तिथि तक किसी भी प्रकार का कोई भी भुगतान नही किया गया और ना ही बिना कार्य के निकाली गई राशि का समायोजन किया गया।जिसकी 05 नवंबर को पंचों द्वारा पाली सीईओ से पुनः शिकायत कर सरपंच- सचिव द्वारा जारी शपथपत्र को शून्य मानकर शिकायत यथावत रखते हुए उचित कार्यवाही की मांग की गई थी।लेकिन कार्यवाही ना होने से क्षुब्ध पंचों की ओर से उपसरपंच द्वारा बीते 18 नवंबर को लिखित शिकायतपत्र पाली सीईओ को सौंपा गया।जिसमे उल्लेखित था कि यदि तीन दिवस के भीतर सरपंच- सचिव पर उचित कार्यवाही नही किया जाता है तब उक्त अवधि पश्चात सभी पंचगण जनपद कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना के लिए विवश होंगे।इस मामले में बीते मंगलवार 1 दिसंबर को पाली तहसीलदार एवं थाना प्रभारी को धरना ज्ञापन सौंपा गया तथा आज लगभग 11:30 बजे से सभी महिला- पुरुष पंच पाली जनपद कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए है।पंचों का कहना है कि जबतक सरपंच- सचिव पर उचित कार्यवाही नही होगी तबतक धरना समाप्त नही किया जाएगा।अब देखना यह है कि संबंधित अधिकारी इस दिशा पर कार्यवाही को लेकर क्या रूपरेखा अख्तियार करते है..?

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