अन्यछत्तीसगढ़

माता पिता की सेवा क्यों जरुरी है? इनकी सेवा कैसे करे,,,,ज्योति पटेल

Advertisement

माता पिता की सेवा क्यों जरुरी है? इनकी सेवा कैसे करे,,,ज्योति पटेल

माता पिता की सेवा क्यों जरुरी है, ये सवाल कई लोगो के मन में आता है। ऐसा क्यों कहते है कि जो माता पिता की सेवा करता है वो हमेशा सुखी रहता है।
माँ पिता बच्चे के भविष्य की आधारशिला है। आज बच्चे जिस मुकाम पर है वो उनकी ही बदोलत है। उनके जीवन भर के त्याग और तपस्या का फल उनके बच्चे पाते है। उनका ध्येय ही उनके बच्चे और उनका भविष्य होता है।

माता पिता सिर्फ उनके लिए काम ही नही करते बल्कि हर रोज भगवान् से उनके लिए दुआएं मांगते है। हर वक्त उनके दिल में एक ही प्रार्थना चलती रहती है कि मेरी बच्चो की रक्षा करना, उन्हें स्वस्थ रखना, कोई दुःख उन्हें न छुए और वो कामयाबी पाए।

माता पिता के अलावा इस दुनिया में आपका कोई सगा नही होता है। वो ही है जो बिना मतलब के बच्चे के लिए जी जान से काम करते है और जरुरत पढ़ने पर उनके लिए जान भी देने को तैयार हो जाते है।

आपने सुना होगा माता पिता के चरणों में स्वर्ग होता है और उनके आशीर्वाद में असीम ताकत। उनके दिल से निकली हर दुआ भगवान् का आशीर्वाद होती है। भगवान् स्वरुप माता पिता की सेवा कैसे करे आइए जानते हैं –

माता पिता की सेवा कैसे करे-

माता पिता को अपने बच्चे से सबसे ज्यादा सम्मान पाने की इच्छा होती है। उनके लिए अगर उनका बच्चा उनकी इज्जत करता है तो वो उनके लिए सबकुछ है।
माता पिता को उनके हर जरूरत का सामान लाकर दे, वो भी उनके बोले बिना। ऐसे में वो ये सोचकर खुश हो जाएंगे कि बच्चो को उनकी परवाह है।
जिस तरह वो आपको पॉकेट मनी देते थे आप भी अपने माता पिता को पैसे दे, ताकि वो जहाँ चाहे खर्च करे।
उन्हें अपने साथ घुमाने ले जाए, रेस्टोरेंट में खिलाने ले जाए और साथ में फिल्म में दिखाने ले जाए। उन्हें आपके साथ बहुत मजा आएगा।
अगर माता पिता गुस्सा करते है, आप शांत रहे और उन पर चिलाए नही।
जब माता पिता बहुत बूढ़े हो जाए उन्हें अपने हाथो से उसी तरह प्यार से खिलाए जिस तरह वो आपको बचपन में खिलाते थे।
घर के अलावा बाहर भी उनका सम्मान करे। उन्हें अपने साथ देखकर शर्मिंद न हो।
माता पिता अपने जीवन की सारी जमा पूँजी बच्चो पर लगा देते है, ऐसे में बच्चे जब कुछ बन जाए तब उन्हें माता पिता के वो शौक पूरे करने चाहिए जो ज़िम्मेदारी के चलते पूरी न कर पाए हो।
जब भी वो बीमार हो उनकी सेवा करे और उनके साथ रहे।
जब भी काम से वापिस घर आए तो सीधे अपने कमरे में न जाए, बल्कि माता पिता से मिले। उन्हें लगेगा आज भी वो उनके बच्चो के लिए इम्पोर्टेन्ट हैं।
उन्हें अपने साथ चार धाम की यात्रा पर जरुर ले जाए और उन्हें सभी सुविधाएँ दे ताकि उन्हें बिलकुल तकलीफ न हो।
सबसे बड़ी सेवा होगी उनके साथ साथ समय बिताना और पुराने बचपन के दिनों को खुश होकर याद करना।
उन्हें रोज गार्डन में ले जाना ताकि वो वहां अपने उम्र के लोगो के साथ समय बिताए और मजे करे। उनके वो कुछ घंटे उन्हें पूरा दिन खुश रखेगे।
माता पिता के रोज थोड़ी देर ही सही पैर जरुर दबाए, उन्हें दर्द न हो तो भी ताकि उन्हें लगे उनका बच्चा उनकी बहुत चिंता करता है।

Related Articles

Back to top button