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भक्ति मैं शक्ति होगी तो भगवान भी आपसे बात करेंगे

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भक्ति मैं शक्ति होगी तो भगवान भी आपसे बात करेंगे

सवितर्क न्यूज कमल दुसेजा

श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन जबरा पारा सरकंडा बिलासपुर में 14 फरवरी से आरंभ हुआ समापन 21 फरवरी को होगा
सुबह 8:30 बजे से 11:00 बजे तक
प्रथम दिन 14 फरवरी को दोपहर 1:00 बजे कलश यात्रा निकाली गई जबरा पारा से इसका समापन दुर्गा मंदिर सरकंडा में हुआ
श्रीमद् भागवत कथा का रसपान करने के लिए बाबा आनंद राम दरबार चकरभाटा से एकादशी वाले बलराम भैया जी के द्वारा
किया जा रहा है
श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन
बलराम भैया जी के श्री मुख से तीन कथाएं भक्तों को बताएं
जिम में प्रथम कथा है
इस कलयुग की सत्य कथा है
बृज में एक उम्र दराज महिला रहती हैं जो प्रतिदिन लड्डू गोपाल से बात करती हैं यह देखकर लोग उसे पागल समझने लगे कुछ लोग उसे उसका अंधविश्वास समझने लगे कुछ लोगों को लगा कि वह ज्यादा ही भक्ति में डूब गई है इसलिए ऐसा कर रही है
पर यह सच था कि भगवान श्री कृष्ण जो बाल लड्डू गोपाल के रूप में एक मूर्ति में रूप में थे जिसकी पूजा अर्चना सुबह शाम भोजन कराना नितनेम उस महिला का था
उस महिला की भक्ति में इतनी शक्ति थी कि साक्षात भगवान उनसे बात करते थे पर लोग उसे देख नहीं सकते थे क्यों क्योंकि भगवान को देखने के लिए उनसे बात करने के लिए भक्ति रूपी आंखें चाहिए और जो भक्त सच्चे मन से भगवान की भक्ति करता है प्रतिदिन बात करता है एक न एक दिन भगवान उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर उसे दर्शन भी देते हैं और उनसे बात भी करते हैं
और उस महिला की भक्ति में इतनी शक्ति थी कि वाल लड्डू गोपाल उससे बात करते थे
एक दिन वह महिला बाल लड्डू गोपाल को घुमाने मंदिर ले गए दूर से एक संत भगवान के भक्त आ रहे थे बाल लड्डू गोपाल ने उसे देखकर कहा कि साला आ रहा है
यह बात सुनकर वह महिला बहुत गुस्सा हो गए हो गई व बाल लड्डू गोपाल को डांटने लगी
कहने लगी कि किसी संत को ऐसे बोलते हैं
जब तक वह लड्डू गोपाल से बात कर रही थी डांट रही थी उसी समय तक संत सामने पहुंच गए
वह उस महिला को कहने लगे माई क्यों डांट रही है वाल लड्डू गोपाल को माई बोली मैं आपको नहीं बता सकती आपके बारे में क्या आप बोल रहे थे
भक्त बोला क्या यह बाल लड्डू गोपाल बात करता है
माई बोली क्यों नहीं करता है रोज करता है
व संत सोचने लगा लगता है माई को व्हयम हो गया है
मैंने कहा यह आपको साला बोल रहा था
संला बता बाल लड्डू गोपाल तू ही सच क्या है
तब लड्डू गोपाल ने संत से पूछा आप राधा रानी को क्या मानते हैं
संत ने कहा हे प्रभु मैं तो उसे अपनी बहन मानता हूं
तो राधा रानी तुम्हारी बहन हुई इस नाते मैं तुम्हारा क्या हुआ
संत ने कहा आप मेरे जीजा हुए
तो तुम मेरे क्या हुवे
उस संत ने कहा प्रभु मैं आपका साला हुआ
तो वही तो मैं बोल रहा था और यह माई मुझे डाट रही थी
संत ने कहा हे माई प्रभु सच बोल रहे हैं

मैं उनका साला ही हूं आज तुम्हारे कारण साक्षात मुझे प्रभु के मुख से अमृत वाणी सुनने को मिली
वह प्रभु से मेरा नाता भी जुड़ गया
इस कथा का सार है जो भी सच्चे मन से भाव से भक्ति करेगा भगवान उसे दर्शन देंगे उनसे बात भी करेंगे
बस जरूरत है आपको बात करने की जब भी समय मिले कुछ समय भगवान के सामने बैठकर अपने दुख दर्द अपनी तकलीफ भगवान को बताएं
एक न एक दिन आप के दर्द दुख तकलीफ को देख कर भगवान आपसे बात करेंगे
बीच-बीच में कई भक्ति भरे भजन गाए गए
जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे
कार्यक्रम के आखिर में
भगवान श्री कृष्ण और राधा जी की आरती की गई
व प्रसाद वितरण किया गया
इस आयोजन को सफल बनाने में पूज्य सिंधी पंचायत सरकंडा और पमनानी परिवार के सभी सदस्यों का सहयोग रहा

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