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बीजापुर क्रॉस फायरिंग में मारे गए ग्रामीण को न्याय दिलाने के लिए 21 गांव के लोगों का आंदोलन शुरु..!

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बीजापुर क्रॉस फायरिंग में मारे गए ग्रामीण को न्याय दिलाने के लिए 21 गांव के लोगों का आंदोलन शुरु..!

बीजापुर: भैरमगढ़ थाना इलाके के बोड़गा में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में क्रॉस फायरिंग में एक ग्रामीण को मौत हो गई थी. मरने वाला ग्रामीण एसटीएफ जवान का भाई था. गांव वालों और परिजनों का कहना है कि ग्रामीण को गोली जान बूझकर मारी गई. मृतक ग्रामीण के परिवार को न्याय दिलाने के लिए अब 21 गांव के लोग आंदोलन पर उतर आए हैं. गांव वालों का कहना है कि मृतक के परिवार को न्याय मिलना चाहिए. प्रशासन की ओर से मामले में दावा किया गया है कि ग्रामीण की मौत क्रॉस फायरिंग में हुई है, जान बूझकर उसे गोली नहीं मारी गई.


कैसे हुई ग्रामीण की मौत: पुलिस के मुताबिक भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के बोड़गा में जवानों की टीम सर्चिंग के लिए निकली थी. सर्चिंग में बीजापुर और दंतेवाड़ा की डीआरजी टीम शामिल थी. जवानों की टीम बोड़गा में नक्सलियों के बनाए स्मारक को ध्वस्त कर लौट रही थी. लौटने के दौरान ही बोड़गा के जंगल में जवानों की मुठभेड़ नक्सलियों से हो गई. दोनों ओर से घंटों फायरिंग हुई. दोनों ओर से हो रही गोलीबारी की चपेट में आने से एसटीएफ जवान का भाई रमेश ओयाम आ गया. गोली लगते ही उसकी मौत हो गई. शुरुआती जांच में अफसरों ने पहले बताया कि मारा गया शख्स नक्सली था. बाद में प्रशासन ने अपने बयान में कहा कि क्रॉस फायरिंग में जवान की जान गई है. गांव वाले इसी बात को मुद्दा बनाकर आंदोलन पर उतर आए हैं. बीजापुर के 21 गांव को लोग अब रमेश ओयाम को न्याया दिलाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.

बेटी की छठी के दिन हुई थी मौत: जिस दिन रमेश ओयाम की मौत क्रॉस फायरिंग में हुई उस दिन उसकी बेटी का छठी का कार्यक्रम था. मृतक की पत्नी अब अपनी मासूम बच्ची को लेकर गांव वालों के साथ आंदोलन में शामिल हो रही है. ग्रामीणों को बढ़ते आंदोलन और उनके सवालों को लेकर प्रशासन भी परेशान है. पुलिस चाहती है कि जल्द से जल्द ये मामला सुलझ जाए. ग्रामीणो का कहना कि जबतक न्याय नहीं मिलता तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

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