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फिरौती के लिए नाबालिक का अपहरण कर हत्या का मामला

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रतनपुर, हरीश माड़वा-फिरौती के लिए नाबालिक का अपहरण कर हत्या का मामला सामने आया है,
   जानकारी अनुसार तारबाहर थाना क्षेत्र के डिपूपारा में रहने वाले आसिफ मोहम्मद ऑटोडील का काम करता है, उन्हीं का 17 वर्षीय पुत्र रेहान मोहम्मद 10 वी कक्षा का विद्यार्थी है, वह पढ़ाई के साथ अपने पिता के काम में हाथ बटाता था.
घटना के अनुसार रविवार 6 फरवरी शाम रेहान कहीं निकला और देर रात तक वापस नहीं आया जिस पर परेशान परिजनों ने उसे फ़ोन किया तब उसका फोन बंद मिला. परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की,तभी रात 11.30 पर रेहान के ही फ़ोन से उसके पिता आसिफ मोहम्मद के मोबाइल पर एक कॉल करने वाले ने कहा कि आपके बेटे का किडनेप हो चुका है और उसे सही सलामत वापस पाना चाहते हो तो 50 लाख की फिरौती तैयार रखो. इसके बाद मोबाईल बंद हो गया.
मृतक के पिता और उसके परिजन रात करीब 12 बजे तारबाहर थाना पहुँचे और घटना की सूचना दी.सूचना मिलते ही तारबाहर पुलिस के होश उड़ गए और उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई. सूचना पर उच्चाधिकारी रात को ही थाने पहुँच गए और फिर किडनैपरों की तलाश शुरू हो गयी. तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर डिपूपारा निवासी अभिषेक को उठाया गया. अभिषेक मृतक रेहान के ही मोहल्ले का है. पूछताछ में वह पहले तो मुकरता रहा. सख्ती से पूछताछ करने पर वह टूट गया और दो साथियों के साथ हत्या करना कबूल किया.

जमीन बिक्री जानकारी थी,इसलिए फिरौती के लिये किया अपहरण .

मुख्य आरोपी अभिषेक ने बताया कि रेहान मोहम्मद के पिता आसिफ मोहम्मद जमीन की कोई बिक्री कर रहे थे जिससे लम्बी रकम आने की जानकारी रेहान ने उसे दी थी. इसलिए उसने अपने साथी शिबू खान और रवि के साथ अपहरण कर फिरौती की प्लानिंग की.

लड़की से मिलवाने का झांसा दे ले जा कर की पहले हत्या, फिर लाश छुपा कर  फिरौती के लिए फ़ोन किया.

आरोपी अभिषेक मृतक के ही मोहल्ले का था इसलिए दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी और अभिषेक रेहान को एक लड़की से मिलवाने व दोस्ती का झांसा दे कर कोनी ले कर गया.वहां उनके दो साथी शिबू खान और रवि पहले से ही मौजूद थे.
तीनो ने पहले एक साथ मिल कर गला दबा कर रेहान की हत्या की , फिर शव लेकर रतनपुर थाना क्षेत्र के रानीगांव पहुँचे. वहां रोड के नीचे इस तरफ से उस तरफ पानी जाने के लिये लगे पाईप में लाश को छुपा दिया.ताकि किसी को लाश न मिले और फिर वहीं से मृतक का मोबाईल लेकर उसके पिता को 50 लाख की फिरौती के लिये फोन किया.

इस घटना की सूचना पर एसएसपी पारुल माथुर खुद पहले जहां से फिरौती के लिये फ़ोन आया वहीं पहुँच गई और कई थानेदारों को लगा कर गुत्थी सुलझाई.
मुख्य आरोपी अभिषेक सिविल लाईन थाना क्षेत्र के एक अस्पताल में बाउंसर का काम करता है.
हत्या और लाश छुपाने के बाद वह ड्यूटी पर पहुँच गया. पुलिस ने उसे वहीं से उठाया, अपने साथियों के साथ हत्या की वारदात कबूल कर ली. उसके दो साथियों शिबू और रवि को कोनी थाना क्षेत्र के बिलासा ताल के पीछे स्थित उनके घर से पकड़ा गया, वे हत्या कर आ कर सो गए थे, पुलिस ने उन्हें
पकड़कर रानीगांव से लाश बरामद किया.

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