क्रशर संचालन में अनियमितता ,,, खनिज विभाग मौन !!
(संवाददाता महेंद्र मिश्रा)
रायगढ़। क्रशर उद्योग के लिए विख्यात टिमरलगा गुड़ेली क्षेत्र में कुछ रसूखदार और दबंग क्रेशर संचालक ऐसे भी हैं जो नियम कायदों को अपने जूते की नोक पर रखते हैं। तजा उदाहरण लालाधुरवा क्षेत्र का है। इस क्षेत्र के एक रसूखदार क्रशर संचालक को लाइमस्टोन की माइनिंग के लिए स्वीकृति प्रदान की गयी है। स्वीकृति प्रदत्त लीज क्षेत्र के अंदर एक क्रशर स्थापित है जो प्राप्त जानकारी के अनुसार बंद पड़ा है। बताया जा रहा है कि लीज क्षेत्र से बाहर स्थित एक क्रशर को लीज क्षेत्र के अंदर दर्शा कर क्रशिंग के काम को अंजाम दिया जा रहा है। क्रशर की लीज अवधि फरवरी 2022 में समाप्त हो जाएगी । इस बात को ध्यान में रखते हुए तेज गति से रायल्टी पर्ची जारी कराई जा रही है। इस क्रशर के संचालन में बड़ी हेराफेरी की बात सामने आ रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार खनिज विभाग द्वारा निरीक्षण के दौरान इस क्रशर को अनियमितता बरतने के आरोप में कार्रवाई हेतु लक्षित भी किया गया था ,पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। संभवतः इसका कारण क्रशर संचालक का रसूखदार होना है जो सरकारी कामों के लिए एक बड़ा सप्लायर भी है। बताया जा रहा है कि लीज में प्राप्त भूखंड पर संचालक द्वारा नियमों के विपरीत उत्खनन किया गया है। गौरतलब है कि जिले के कई दबंग किस्म के क्रशर संचालक अनियमितता बरतने में माहिर हैं पर उनपर सिवाय भंडारण नियमों के उल्लंघन के अलावा आजतक किसी भी अन्य मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
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