SECL कुसमुंडा कॉलोनियों में लगा कचरे का ढेर, सिविल विभाग कह रहा “हो रहा टेंडर”, फिर अधिकारियों के आवासों में कैसे हो रही जादुई सफाई….
पाली,शशिमोहन कोशला–
देश को बिजली से रोशन करने वाले एसईसीएल कर्मचारी कचरो के ढेर पर बैठे हुए है, आवास से लेकर अस्पताल तक कचरे का ढेर पसरा हुआ है, हम बात कर रहे है एसईसीएल कुसमुंडा की सबसे बड़ी कॉलोनी आदर्श नगर कॉलोनी की जंहा के एम टाइप आवासीय परिसर में इन दिनों जगह जगह पर कचरो के ढेर देखने को मिल रहे हैं, कर्मचारियों के परिवारों में जिसे लेकर बड़ा आक्रोश व्याप्त है। एसईसीएल प्रबन्धन से कई बार इसकी शिकायत की है पर कोई ध्यान नही दे रहा है, अगर सप्ताह भर के भीतर प्रबन्धन सफाई नही करती तो एसईसीएल सिविल का घेराव करेंगे, वही क्षेत्र की महिलाओं का कहना है कि ऐसी नोबत ही क्यों आती है यहा की हर चीज के लिए आवज उठाना पड़ता है, हम कॉलोनीवासी सड़क की धूल से लेकर पीने की पानी तक कि समस्याओ से जूझ रहे है, ऊपर से कचरे का ढेर अलग,घर से निकलना दुर्भर हो गया है, अब हम ही कचरा उठा कर सिविल कार्यालय में फेंकेंगे तभी कर्मचारियों की नींद खुलेगी क्या.बता दें कि एक ओर सिविल विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों के कॉलोनियों में फैले कचरे के सवाल पर टेंडर करने की बात कर रहे है वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों के आवासों में भरपूर साफ सफाई कैसे हो रही है। जो अधिकारी चारपहिया वाहन से जमीन पर पैर नही रखते, जिनके एम टाइप आवासों के बराबर बड़े केवल बरामदे है, 10-10 क्वाटरो के बराबर एक बंगला है, उनके आवासों के आगे पीछे से लेकर सड़को तक को चकाचक रखा जा रहा है, पर वहीं जो कोयले की कालिख में सन कर काम कर रहे है और इस उम्मीद में घर पर आ रहे है की थोड़ा आराम थोड़ा शांति मिलेगी तो घर पर भी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है, दूर दूर तक सुकून नाम की कोई चीज नही। जब कॉलोनीयो की साफ सफाई के लिए नियमित टेंडर जारी होते रहे है तो फिर आज देरी क्यों टेंडर समय पर क्यों नही..? और जब इनके लिए टेंडर नही तो प्रबन्धन के अधिकारीयो एवम सिविल विभाग से लेकर टाउन एडमिनिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी सम्हालने वाले सेकड़ो कारी कर्मचारी के घरों के आसपास की साफ किस जादुई झाड़ू से होरही है।