मंगली को पुनर्वास नीति के तहत प्रोत्साहन राशि देते एसपी
गंगालूर एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर 12 की सदस्य मगंली उरसा ने शनिवार को उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ कोमल सिंह, एसपी
आंजनेय वार्ष्णेय, एएसपी डाॅ. पंकज शुक्ला के समक्ष आत्मसमर्पण किया। शासन की समर्पण नीति के तहत मंगली उरसा के धारित पद पर 2 लाख का इनाम घोषित है। समर्पण करने पर उसे शासन की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत 10 हजार रुपए नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया।
12 साल से नक्सल संगठन में सक्रिय थी
मंगली उरसा को 2010 में गंगालूर एरिया कमेटी में पीएलजीए सदस्य के रूप में भर्ती किया गया और 3 महीने के प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद अप्रैल 2011 में डीकेएसजेडसी/एमएमसी सुधाकर की टीम में काम के लिए भेज दिया गया। जहां 3 महीने काम करने के बाद पार्टी सदस्य का कार्य दिया गया।
मंगली ने 2012 से 2013 तक एमएमसी सुधाकर के गनमैन के रूप में कार्य किया। 2014 में गंगालूर एरिया कमेटी अंतर्गत प्लाटून नंबर 12 में कार्य के लिए भेजा गया। 2015 में प्लाटून नम्बर 12 के ‘ए’ सेक्शन में डिप्टी कमांडर का काम दिया गया। मंगली उरसा 2015 में पदेड़ा-पोंजेर मार्ग पर कई जगहों पर गड्ढा खोदकर मार्ग अवरूद्ध करने की घटना में शामिल रही।
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