छत्तीसगढ़बिलासपुर

अपनी बहू के सम्मान में आंच नही आने देगी अब मरवाही की जनता देगी जवाब-अमित

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ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर उपजा नया विवाद अमित जोगी ने ट्वीट कर किया पलटवार!

6-अक्टूबर,2020

बिलासपुर-

{सवितर्क न्यूज़} ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर उपजे नए विवाद पर अमित जोगी ने ट्वीट कर कहा है कि अपनी बहू के सम्मान में गलत टिप्पणी करने वालो की अब खैर नहीं मरवाही की जनता देगी जवाब अमित जोगी ने ट्वीट कर कहा कि ‘जब मेरी धर्मपत्नी डॉक्टर ऋचा जोगी का पैतृक परिवार कम से कम पाँच दशकों से अनुसूचित जनजाति वर्ग से सरकारी नौकरियाँ करते आ रहा है, तब तो किसी को उनकी जाति की याद नहीं आई।
आज ऋचा का केवल एक ही दोष है कि वो स्वर्गीय अजीत जोगी जी और डॉक्टर रेनु जोगी जी की बहु, मेरी धर्मपत्नी और मेरे दो महीने बेटे की माँ है। जब मेरा पिता जी से नहीं निपट पा रहे हैं तो अब मेरे दूध पीते बेटे की माँ के पीछे नहा धो के पड़ गए हैं। कांग्रेस और भाजपा जोगी परिवार के सामाजिक सम्मान की हत्या करने के लिए किसी हद तक भी जा सकती है. अपनी बहू की इज्जत में हाथ डालने वालों का जवाब अब मरवाही देगा।
जोगी परिवार का ही रहा है दबदबा छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से अब तक मरवाही विधानसभा में जोगी परिवार का ही दबदबा रहा है, राज्य बनने के बाद वर्ष 2001 में उस समय भाजपा के विधायक रहे रामदयाल उईके के इस्तीफा देने और कांग्रेस में शामिल होने के बाद उप चुनाव हुए, जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे और विधायक बने। उसके बाद 2003 में भी स्व. अजीत जोगी ने चुनाव में जीत हासिल की. कुछ माह बाद 2004 में महासमुंद से लोकसभा चुनाव जीतकर वे सांसद बन गए।

उसके बाद 2008 तक यह सीट खाली रही. वर्ष 2008 के चुनाव में पुन: स्व. अजीत जोगी चुनाव जीतकर विधायक बने, वर्ष 2013 में उनके पुत्र अमित जोगी को चुनाव मैदान में उतारा गया, चुनाव जीतकर वे वर्ष 2018 तक मरवाही से विधायक रहे. तत्पश्चात वर्ष 2018 के चुनाव में बतौर जकांछ प्रमुख स्व. अजीत जोगी ने चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने, अब उनके निधन के बाद यह सीट रिक्त है और यहां उप चुनाव हो रहे हैं।

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