
बड़े ध्यान से सुन रहा था जमाना उनका फसाना… खुद ही सो गए दास्तां कहते कहते”स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव…!
जांजगीर-चांपा जिले में आज अकलतरा नगर में स्वर्गीय राकेश कुमार सिंह को श्रद्धांजलि देने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के साथ अकलतरा की जनता उमड़ पड़ी और उनका साथ देने के लिए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लक्ष्मण मुकीम ,चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव , शांकभरी बोर्ड अध्यक्ष रामकुमार पटेल , भवन सन्निर्माण कर्मकार मंडल सदस्य मंजू सिंह , इंजीनियर रवि पांडे , अर्जुन तिवारी , रवि सिसोदिया , अशोक अग्रवाल , वकील धनराज सिंह ,सक्ती जिलाध्यक्ष ज़िला पंचायत सदस्य दिलेश्वर साहू , ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेश्वर टंडन सहित कांग्रेस के तमाम बड़े नेता स्व.राकेश सिंह को श्रद्धांजलि देने अकलतरा नगर पहुंचे थे । मिली जानकारी के अनुसार आज पूर्व विधायक अकलतरा स्व.राकेश सिंह की पुण्य स्मृति में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया था । श्रद्धांजलि कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव आए हुए थे ।

टीएससी देव सबसे पहले कार्यक्रम स्थल में पहुंचते ही स्वर्गीय राकेश कुमार की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी , उसके बाद वे मंच पर विराजमान हुए । मंच पर विराजमान होने के बाद सबसे पहले लोगों ने अपने प्रिय नेता स्वर्गीय राकेश जी को याद किया और जनता ने पूर्व विधायक राकेश कुमार सिंह के जयकारे लगाएं । मंच पर आसीन कांग्रेश के नेताओं का सबसे पहले पुष्प हार से स्वागत किया गया उसके बाद कांग्रेसी नेताओं के द्वारा स्वर्गीय राकेश कुमार सिंह के साथ गुजारे कुछ भावनात्मक पलों को स्मरण किया । कार्यक्रम का संचालन करते हुए पूर्व पत्रकार वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अग्रवाल ने स्वागत भाषण के लिए वरिष्ठ कांग्रेसी रवि सिसोदिया को आमंत्रित किया स्वागत भाषण में उन्होंने सबका आभार प्रकट करते हुए उनका स्वागत किया और स्व. राकेश कुमार सिंह को स्मरण करते हुए कहा कि ऐसे जननायक कभी कभी जन्म लेते हैं ।

वे सदा लोगों के सहयोग के लिए तत्पर रहे हैं । यहां तक कि इस सहयोग के परिणाम स्वरूप 1990 में रेमंड सीमेंट के खिलाफ आंदोलन के कारण और तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की बात न मानने के कारण विधायक की टिकट से ही हाथ धोना पड़ा था परन्तु उन्होंने रेमंड सीमेंट मालिक सिंघानिया इंडस्ट्री से समझौता नहीं किया । उद्बबोधन की कड़ी में सबसे पहले स्व.राकेश कुमार सिंह के मित्र रहे चंद्रप्रकाश बाजपेई को आमंत्रित किया । उन्होंने उनके साथ अपने स्मृति को ताजा करते हुए बताया कि मैं और राकेश कुमार सिंह साथ पढ़े थे और हमारी मित्रता उनके जीवन तक बनी रही और उनके जाने के बाद उनके पुत्र और परिवार के साथ पारिवारिक संबंध बना हुआ है । उन्होंने कहा कि राकेश कुमार सिंह देश पर मर मिटने वाले जन नेता रहे हैं । उद्बोधन की अगली कड़ी में शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल ने स्वर्गीय राकेश कुमार सिंह को याद करते हुए कहा कि उनके अधूरे सपने को उनके पुत्र राघवेंद्र से पूरा करेंगे । हम सब उनके सपनों को नई उमंग नई किरण के साथ पूरा करने के लिए बेसब्र है । इंजीनियर रवि पांडे ने उन्हें बड़ा ही सरल और सहज व्यक्ति बताया और कहा कि उनके गुण उनके पुत्र राघवेंद्र सिंह में मौजूद है और निश्चित ही वह उनके पद चिन्हों पर चलकर अकलतरा नगर वासियों की सेवा करेंगे क्योंकि राघवेंद्र सिंह सीखने की ललक मौजूद है और राघवेंद्र सिंह में लोगों से जुड़ जाने की विशेषता अपने पिता की तरह है इंजीनियर रवि पांडे ने अपने उद्बबोधन में राकेश कुमार सिंह को स्मरण करते हुए कहा कि जननायक वह है जब लोग उनके जाने की क्षति को अपनी व्यक्तिगत क्षति माने और राकेश सिंह के असमय चले जाने को अकलतरा नगर की जनता ने अपनी व्यक्तिगत क्षति माना। अखिल भारतीय कमेटी सदस्य तथा भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल सदस्य मंजू सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज वे जो कुछ भी है वह स्व. राकेश जी के कारण है उनके प्रोत्साहन से ही मैंने राजनीति में कदम रखा और उनके सिखाए मार्ग पर में चलती रहे मुझे उनका सहयोग और आशीर्वाद सदैव मिलता रहे और मैं सदैव इसके लिए उनकी ॠणी रहूंगी । उन्होंने आगे कहा कि पद और पैसा एक दिन खत्म हो जाता है लेकिन लोगों से जुड़ाव और लोगों के लिए सहयोग भावना ऐसे गुण हैं जो लोगों के जाने के बाद भी याद किए जाने के लिए पर्याप्त है । प्रसिद्ध साहित्यकार और क्रांगेसी नेता सतीश दीवान ने उनका टेलीग्राम क्या हुआ पत्थर आज भी मेरे पास सुरक्षित है उन्होंने मेरी शादी के अवसर पर न पहुंच पाने पर उन्होंने मुझे शुभकामनाएं टेलीग्राम के माध्यम से देखिए राकेश से के सभाओं की विशेषताओं को इंगित करते हुए ने बताया कि मैं और राकेश दिल से जुड़े थे और एक समय ऐसा भी आया कि मैं और वह एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे लेकिन उनकी और केवल उनकी विशेषता रही है कि चुनाव के दौरान वह हमेशा इस बात का ध्यान रखते रहे हैं कि वैचारिक मतभेद मनभेद ना बनने पाए और यह कोशिश उनकी तरफ से ज्यादा होती रही है बल्कि मेरे मन में कभी-कभी या भावना आती रही है लेकिन स्वर्गीय राकेश सदा मेरा ध्यान रखते रहे हैं और हम चुनाव परिणाम भी एक साथ बैठकर देख रहे थे । उनकी विनम्रता कि वे अपने शुभचिंतकों मित्रों और स्नेहीजनो को दरवाजे तक छोड़ने आते थे । उद्बोधन की अंतिम कड़ी में उनके पुत्र कांग्रेश जिलाध्यक्ष जांजगीर चांपा राघवेंद्र सिंह अपने पिता की विशेषताओं को याद करते हुए बताया कि चाहे कोई भी निर्णय हो या कोई योजना हो उस पर चाहे जितनी भी चर्चा हो चुकी हो लेकिन अंत में अवश्य कहते थे सब लोगों की यदि सहमति हो तो इसे करें उनकी विशेषता बताती है कि वाकई जननायक , जनप्रतिनिधि थे । उन्होंने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि वह जब गत्वा गए हुए थे तब उनके पास एक 103 वर्षीय बुजुर्ग आए और कहने लगे कि मैं तुम्हारे साथ बैठूंगा मैंने उन्हें अपने साथ बिताया तब उन्होंने बताया कि मैंने तुम्हारी 5 पीढ़ियों को देखा है और मेरी इच्छा है कि मेरे मरने के बाद तुम मेरे दशगात्र कार्यक्रम में अवश्य आओ । उसके बाद वे बुजुर्ग पांच छह महीनों बाद चल बसे और उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए उनके दशगात्र कार्यक्रम में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी । इस तरह मैंने देखा कि मेरे पिता और मेरे परिवार के साथ लोगों का जुड़ाव किस तरह पारिवारिक रहा है और यही कारण रहा है कि मैं राजनीति में ना चाहते हुए भी लोगों की सेवा करने के उद्देश्य से राजनीति में आया हूं और उम्मीद करता हूं कि आप सबका सहयोग मुझे मिलता रहेगा । कार्यक्रम के अंत में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों को पुरस्कार दिया गया । अकलतरा की स्वच्छता दीदियों को स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के कर कमलों से साड़ी देकर उनका सम्मान किया गया । अकलतरा नगर में निःशुल्क घायलों और दूर्घटना में आकस्मिक मृतकों के शवो को अस्पताल पहुंचाने के कारण नगर के पारस साहू को स्वास्थ्य मंत्री टीएस बाबा के हाथों से सम्मानित किया गया । विदित हो कि पारस साहू ने अब तक ढाई सौ से ज्यादा लोगों को अस्पताल पहुंचाया है जिसके लिए उन्हें जिला एसपी विजय अग्रवाल द्वारा प्रशस्ति पत्र भी दिया जा चुका है ।