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आज से फिर बस्तर दौरे पर मुख्यमंत्री:दंतेवाड़ा में ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे, कल दंतेश्वरी माई को चढ़ाएंगे 11 हजार मीटर की चुनरी

आज से फिर बस्तर दौरे पर मुख्यमंत्री:दंतेवाड़ा में ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे, कल दंतेश्वरी माई को चढ़ाएंगे 11 हजार मीटर की चुनरी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने राज्यव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत सोमवार को फिर से बस्तर संभाग के दौरे पर रवाना हो रहे हैं। इस चरण के पहले दिन वे दंतेवाड़ा जाएंगे। यहां दो गांवों में लोगों से भेंट मुलाकात के बाद आदिवासी समाज के सम्मेलन में भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को दंतेश्वरी माई के मंदिर में पूजा-अर्चना कर उन्हें 11 हजार मीटर लंबी चुनरी चढ़ाने वाले हैं।

तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को सुबह 11 बजे हेलिकॉप्टर के जरिए रायपुर से दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण जाएंगे। दोपहर सवा 12 बजे वे कटेकल्याण में ग्रामीणों से मिलकर चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 1.20 बजे कटेकल्याण से हेलिकॉप्टर से बारसूर के लिए प्रस्थान करेंगे। वे दोपहर दो बजे बारसूर में लोगों से भेंट-मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 3.35 बजे बारसूर से हेलिकॉप्टर से रवाना होकर 3.55 बजे दंतेवाड़ा पहुंचेंगे। वे दंतेवाड़ा में शाम 4.30 बजे आदिवासी सम्मेलन में शामिल होंगे। उसके बाद मुख्यमंत्री दंतेवाड़ा में विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि मंडलों और संगठनों के पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। वे दंतेवाड़ा में ही रात्रि विश्राम करेंगे।

24 को माई को चुनरी चढ़ेगी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 24 मई को बस्तर की आराध्य देवी दंतेश्वरी माई का दर्शन कर उन्हें 11 हजार मीटर की चुनरी अर्पित करेंगे। यह चुनरी विशेष तौर पर माई दंतेश्वरी को अर्पित करने के लिए डैनेक्स नवा गारमेंट फैक्टरी की महिलाओं ने विशेष तौर पर तैयार किया है। देवी मां के लिए 11 हजार मीटर लंबी चुनरी तैयार कर डैनेक्स की महिलाओं ने एक नया कीर्तिमान गढ़ा है।

माई की चुनरी लेकर क्षेत्रीय विधायक देवती कर्मा समेत तमाम जनप्रतिनिधि मंदिर के आसपास घूमे।

मंदिर पहुंच चुकी है चुनरी
दंतेवाड़ा जिला प्रशासन और दैनिक भास्कर की विशेष पहल पर डैनेक्स नवा गारमेन्ट फैक्ट्री दंतेवाड़ा में कार्यरत 300 महिलाओं ने भक्ति भाव और उत्साह से दंतेश्वरी माई के लिए 11 हजार मीटर की चुनरी तैयार की है। इसे बनाने में महिलाओं को लगभग एक हफ्ते का समय लगा है। डैनेक्स की महिलाओं द्वारा तैयार की गई चुनरी को जनप्रतिनिधियों और श्रद्धालुओं ने रविवार को माता के जयकारे के साथ दंतेश्वरी माई मंदिर से भैरमबाबा मंदिर होते हुए कतियारास तक भ्रमण किया।

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